कश्मीर के सुन्दर जंगलों से निकला इस पापिएर मचे का उद्भव ओडिसा में हुआ जिसका प्रयोग भगवन जगन्नाथ के विभिन्न मूर्तियां बनाने में होता है. इस टेक्नीक में इकोफ्रैंडली और पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल वस्तुवों का प्रयोग किआ गया है. जिनसे मास्क्स, मूर्तियां और कई कलाकृतियां बनाते है. जो यहां की जनजाति के गतिविधियों को दर्शाते है.
ABOUT CLASS
यह क्लास पापिएर मचे लेयरिंग में उपयोग किये गए तीन तकनीकों – पुलपिंग और प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के मिश्रण को दर्शेते है. यह क्लास पेपर मच के बारें में तथा कलाकृतियों को स्वयं के लिए बनाने के लिए आपको सारे आवश्यक जानकारी देता है. आप अपना खुद का बिज़नेस शुरू करें या एक शौक की तरह भी इसको ले सकते है. इस क्लास में आपको इस खूबसूरत कलाकारी की पूरी जानकारी दी जाएगी